रिश्ता तन्हाइयों का!

“Sometimes, emptiness emanates a new spirit and strength.” -Supriya Mishra

ये रिश्ता है मेरा औऱ तन्हाइयों का,

इस दिल से मेरी धड़कन का,

जज़्बातों का मेरी अनबन का,

होती रहती गुफ़्तगू इनमें ,

महफिलों के छुटे वो लब्ज़ जिनमें,

दिल के उस टूटे हिस्से की तकलीफ़,

अकेले ही उनसे होती हूँ मुख़्तलिफ़,

इन हिस्सों के बीच होती कुछ बातें,

दर्द की स्याही में लिपटी ये बेसब्र रातें,

वो सन्नाटे से झाँकती मेरी बेपरवाह हंसी,

ग़म के साये से टूटती हर खुशी,

कुछ यादों के बुनते ही टूटती उम्मीदें,

इन्हें जोड़ने को ठहरती कुछ तरकीबें,

ये ठहराव मन की गहराइयों का,

ये रिश्ता है मेरा औऱ तन्हाइयों का !!

-Supriya Mishra

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